आतंकी फंडिंग से जुड़े मामले में नौ जगहों पर NIA का छापा

आतंकी फंडिंग से जुड़े मामले में नौ जगहों पर NIA का छापा

कश्मीर घाटी में अल्पसंख्यकों, सुरक्षाकर्मियों की लक्षित हत्याओं और आतंकी फंडिंग से जुड़े मामले में राष्ट्रीय जांच एजेसी (एनआईए) ने मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के शोपियां, पुलवामा और अनंतनाग में नौ ठिकानों पर छापे मारे। सूत्रों के अनुसार, कार्रवाई के दौरान मौके से डिजिटल साक्ष्य जुटाए गए हैं। हालांकि आधिकारिक रूप से इस बात का खुलासा नहीं किया गया कि किस-किस के ठिकाने पर कार्रवाई की गई।

सूत्रों ने कहा कि यह कार्रवाई प्रदेश में साइबर स्पेस का इस्तेमाल कर अल्पसंख्यकों, सुरक्षाकर्मियों को निशाने और साम्प्रदायिक वैमनस्य फैलाने वाले आतंकवादी संगठनों के मुखिया और सदस्यों के ठिकानों पर की गई है। यह मामला आतंकवादी और विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए आपराधिक साजिश रचे जाने से संबंधित है। इस साजिश में विभिन्न प्रतिबंधित संगठनों के कैडर व ओवर ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) विभिन्न छद्म नामों के तहत अपने पाकिस्तानी हैंडलरों के इशारे पर काम कर रहे हैं। एनआईए ने पिछले साल 21 जून को स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था।

23 दिसंबर को 14 ठिकानों पर हुई थी कार्रवाई
एनआईए ने पिछले साल 23 दिसंबर को कुलगाम, पुलवामा, अनंतनाग, सोपोर और जम्मू समेत प्रदेश के 14 स्थानों पर दबिश दी थी। इस दौरान डिजिटल डिवाइस, सिम कार्ड और डिजिटल स्टोरेज डिवाइस बरामद किए गए थे।

श्रीनगर में आईएस आतंकी के घर एनआईए का छापा

इससे पहले सोमवार को एनआईए ने आईएस के केरल मॉड्यूल की गतिविधियों से जुड़ी जांच में संदिग्ध आईएस आतंकी उजैर अजहर भट के श्रीनगर स्थित घर पर छापा मारा। उजैर श्रीनगर के करफाली मोहल्ला में रहता है और एनआईए को शक है कि वह आईएस के केरल मॉड्यूल का सक्रिय सदस्य है।

एनआईए प्रवक्ता के मुताबिक छापे में उजैर के घर से डिजिटल डिवाइस मिली हैं जिनकी जांच जारी है। 2021 में, एनआईए ने केरल के कदनमन्ना के मोहम्मद अमीन उर्फ ‘अबू याह्या’ की जांच शुरू की थी, जो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस्लामिक स्टेट के विभिन्न प्रचार चैनल चला रहे थे। इन चैनलों के जरिये वह आईएस की हिंसक जिहादी विचारधाराओं का प्रचार और मॉड्यूल में नए सदस्यों की भर्ती कर रहा था। एनआईए के मुताबिक इन लोगों ने आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए जम्मू-कश्मीर में ‘हिजरा’ (प्रवास) करने की भी योजना बनाई थी।

इस यात्रा के लिए विभिन्न स्रोतों से पैसा भी जुटाया। जांच में पाया गया कि अमीन केरल की दीप्ति मारला के संपर्क में था, जो धर्मांतरित मुस्लिम थी। उसने मंगलूरू के अनस अब्दुल रहमान से शादी की थी। 2015 में, वह पढ़ाई करने के लिए दुबई गई थी, जहां उसकी मुलाकात मिजा सिद्दीकी से हुई और दोनों महिलाओं का आईएस के प्रति झुकाव शुरू हुआ।

प्रवक्ता ने बताया कि 2019 में इन लोगों ने खुरासान (अफगानिस्तान) में ‘हिजरा’ करने की कोशिश की और ईरान के तेहरान पहुंचे। तेहरान पहुंचने के बाद खुरासान में आईएस के गुर्गों से उनका संपर्क नहीं हो सका। वे दोनों भारत लौट आए, और मारला ने अमीन, ओबैद हामिद मट्टा, मदेश शंकर उर्फ अब्दुल्ला व अन्य के साथ संपर्क किया और आईएस के इलाके में हिजरा की योजना बनाई। प्रवक्ता ने कहा, जनवरी 2020 में, वह हिजरा की योजना बनाने के लिए मट्टा से मिलने श्रीनगर गई और एक सप्ताह के लिए श्रीनगर में रही।

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